UPTET Paper Level 1 Baal Vikas Shiksha Shashtra Matrabhasha ki Paribhasha Question Answer Papers : Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test (UPTET) Paper Level 1 Class 1 to 5 CDP (Child Development and Pedagogy) Solved Most Important Questions Answers with Mock Test Free Online 2019-20
Matrabhasha ki Paribhasha (Uptet Solved Questions Answers)
- यदि बालक का मातृभाषा पर पर्याप्त अधिकार है, तो उससे यह अपेक्षा की जाती है कि उतना ही अधिकार होगा-
- भावों- विचारों को व्यक्त करने में
- संज्ञानात्मक क्रियाकलापों के प्रतिपादन में
- (A) और (B) दोनों में
- समस्त क्रियाकलापों के सम्पादन में
- भाषा बालक के व्यक्तित्व विकास की आधारशिला है,
- नैतिक विकास की आधारशिला है
- सामाजिकरण की प्रक्रिया को समुन्नत करती है
- मानसिक विकास में योगदान देती है
- उपर्युक्त सभी विकासों को प्रोत्साहित करती है
- प्राथमिक कक्षा में बालकों को दैनिक समय – सारणी में सबसे अधिक समय किस विषय के शिक्षण में दिया जाना चाहिए
- अंग्रेजी
- गणित
- विज्ञान
- मातृभाषा
- भाषा का विकास होता है-
- बोलियों से
- ध्वनि प्रतीकों से
- जन साधारण के माध्यम से
- मानवीय भावों विचारों से
- बोलियाँ हैं-
- लिखित स्वरूप
- अलिखित स्वरूप
- A और B दोनों
- उपर्युक्त में कोई नहीं
- प्राथमिक कक्षा स्तर पर हिन्दी शिक्षण के उद्देश्यों को वर्गीकृत किया जा सकता है-
- आठ खण्डों में
- चार खण्डों में
- दो खण्डों में
- पाँच खण्डों में
- प्राथमिक कक्षा के छात्रों के लिए हिन्दी-शिक्षण का अभिवृत्यात्मक उद्देश्य निम्न में से है-
- भाषा को बोध सहित सुनने की योग्यता प्राप्त करना
- भाषा के तत्वों का ज्ञान प्राप्त करना
- मातृभाषा तथा उसके साहित्य कविता , कहानी आदि मे रुचि लेना
- भाषा कौशलों में मौलिकता लाने की योग्यता प्राप्त करना
- उच्च प्राथमिक स्तर के छात्रों से मातृभाषा के सुलेख कार्य का उद्देश्य निम्न में से है-
- बालकों को द्रुतगामी से लिखने के लिए प्रेरित करना
- बालकों को अक्षरों की बनावट एवं शिरोरेखा लगाने का ज्ञान प्रदान करना
- बालकों में लेख सम्बन्धी स्वच्छता एवं स्पष्टता का विकास करना
- उपर्युक्त सभी
- यदि प्राथमिक कक्षा में बालक मातृभाषा को प्रभावी ढंग से बोलना सीख लेता है तथा अपनी बात कहने की योग्यता प्राप्त कर लेता है तो निम्नलिखित में से मातृभाषा के किस शिक्षण उद्देश्य की पूर्ति होगी-
- कौशलात्मक उद्देश्य
- ज्ञानात्मक उद्देश्य
- सृजनात्मक उद्देश्य
- अभिवृत्यात्मक उद्देश्य
- नागरिक एवं एकता को सम्बध्द किया जाता है. इसे किसके माध्यम से और ज्यादा घनिष्ठ बनाया जा सकता है-
- जाति
- धर्म
- सरकार
- मातृभाषा
- मानवीय अभिव्यक्ति के लिए सरलतम भाषा है-
- मातृभाषा
- संस्कृत
- हिन्दी
- उर्दू
- मातृभाषा से व्यक्ति में किस प्रकार का विकास होता है-
- शारिरिक एवं बौध्दिक
- मानसिक एवं सांस्कृतिक
- सामाजिक एवं नैतिक
- उपर्युक्त सभी
- निम्न विद्जनों में से किसने कहा है मानव के मानसिक विकास के लिए मातृभाषा उतनी ही आवश्यक है जितना कि उसके शारीरिक विकास के लिए माँ का दूध
- महात्मा गांधी
- अम्बेडकर
- लोहिया
- जयप्रकाश नारायण
- मानव के रचनात्मक शक्ति के विकास में सर्वाधिक योगदान होता है-
- सरकार
- परिवार
- भाषा
- मातृभाषा
- निम्नलिखित में से मातृभाषा का संकुचित अर्थ है-
- पङोसी की भाषा
- माता की भाषा
- परिवार की भाषा
- समाज की भाषा
- मातृबोली एवं मातृभाषा है-
- एक ही शब्द
- विपरीतार्थी शब्द
- समानानी शब्द
- पृथक्-पृथक् शब्द
- निम्नलिखित में से मातृभाषा हो सकती है-
- परिवार में बोली जाने वाली भाषा
- एक मानक भाषा
- A और B दोनों
- इनमें से कोई नहीं
- मातृभाषा को निम्न में से किसके सन्दर्भ में सर्वश्रेष्ठ माध्यम माना जाता है-
- शिक्षा
- सम्प्रेषण
- A और B दोनों
- इनमें से कोई नहीं