DElEd 1st Semester कम्प्यूटर शिक्षण Computer Teaching Shots Question Answer Sample Paper Practice Set
प्रश्न 46. एम. एस. वर्ड का सामान्य परिचय दीजिए।
उत्तर- एम. एस. वर्ड का सामान्य परिचय
‘माइक्रोसॉफ्ट वर्ड’ एक वर्ड प्रोसेसिंग एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर है। यह प्रोग्राम आपके अवयवों, जैसे—पत्र, रिज्यूम, रिपोर्ट आदि का निर्माण करने तथा उन पर कार्य करने की सहायता प्रदान करता है। इसमें दिये गये फीचर्स की सहायता से आप अपने अभिलेख को सम्पादित कर उसे और उपयोगी बना सकते हैं।
प्रश्न 47. एम. एस. पॉवर पॉइन्ट का परिचय दीजिए। इसे किस प्रकार चालू किया जा सकता है ? समझाइए।
उत्तर–माइक्रोसॉफ्ट पॉवर पॉइन्ट ग्राफिक प्रेजेन्टेशन एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर है। इसकी सहायता से इलेक्ट्रॉनिक प्रेजेन्टेशन तैयार कर प्रोजेक्शन डिवाइस की कम्प्यूटर से जोड़कर स्लाइड शो की तरह भी प्रस्तुत कर सकते हैं। पॉवर पॉइन्ट चालू करना (Starting Power Point)—पॉवर पॉइन्ट निम्नलिखित चरणानुसार शुरू कर सकते हैं ।
- Start बटन पर क्लिक करें।
- All Programs पर क्लिक करें।
- Microsoft Office पर क्लिक करें।
- Microsoft Power Point पर क्लिक करें।
प्रश्न 48. साइबर सुरक्षा एवं साइबर अपराध दोनों को समझाइए।
उत्तर–साइबर सुरक्षा से आशय है कि ‘‘ऐसी व्यवस्था जिसमें इण्टरनेट संचालन प्रक्रिया (कम्प्यूटर द्वारा) को सुरक्षित किया जाता है।”
वर्तमान में साइबर सुरक्षा की ओर सरकार ने अपना कड़ा दृष्टिकोण अपनाया है। वह नित्य नये अधिनियमों तथा कानूनों का निर्माण करती जा रही है जिससे कि इस कुकृत्य को रोका जा सके। साइबर सुरक्षा को और विस्तार रूप में समझने के लिए इसकी जड़ साइबर अपराध को समझना अत्यन्त आवश्यक है। । साइबर अपराध–सरल शब्दों में कह सकते हैं कि साइबर अपराध गैरकानूनी कृत्य है। जिसमें कम्प्यूटर या तो एक उपकरण या लक्ष्य या दोनों है। साइबर अपराध पारम्परिक प्रकृति के होते हैं; जैसे–चोरी, धोखाधड़ी, जालसाजी, मानहानि और शरारत, जो भारतीय दण्ड संहिता के अधीन हैं। कम्प्यूटर के दुरुपयोग ने भी आपराधिक गतिविधियों में समाविष्ट होकर नवयुगीन अपराधों के एक स्तर को जन्म दिया है जिन्हें सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 द्वारा सम्बोधित किया जा रहा है।
DElEd 1st Semester कम्प्यूटर शिक्षण Computer Teaching Shots Question Answer Sample Paper Practice Set Notes in Hindi
प्रश्न 49. ऑन-लाइन संसार में अवैध धोखों के माध्यम से एवं बेईमानी पर प्रकाश • डालिए।
उत्तर–आजकल ऑन-लाइन सेवा विश्व के अन्तर्गत कई प्रकार से उपयोगकर्ताओं के साथ जालसाजी तथा बेईमानी की जा रही हैं। यह जालसाजियाँ एवं अवैध धोखे निम्न प्रकार के हो सकते हैं
- हैकिंग से सम्बन्धित गतिविधियाँ,
- क्रैकिंग से सम्बन्धित गतिविधियाँ,
- लुभावने ऑफसरों द्वारा जालसाजी करना।
प्रश्न 50. एण्टीवायरस क्या है? इन्हें खरीदते समय किन बातों पर ध्यान आवश्यक है?
उत्तर–कम्प्यूटर में वायरस की उपस्थिति को ज्ञात करने तथा कम्प्यूटर को उनसे मन कराने वाले विशेष सॉफ्टवेयर्स आज बाजार में उपलब्ध हैं। इन सॉफ्टवेयर्स को एण्टीवायरस प्रोग्राम कहा जाता है। ये ‘एण्टीवायरस प्रोग्राम’ अन्य कम्प्यूटर प्रोग्राम्स के समान ही होते हैं। प्रत्येक वायरस की अपनी एक अलग पहचान होती है। जिन वायरसों को पहले पकड़ा जा चुका है, उनकी पहचान के तरीके इन एण्टीवायरसों प्रोग्राम्स’ में रिकॉर्ड रहते हैं। कम्प्यूटर में वायरस की उपस्थिति की जानकारी होते ही एण्टीवायरस प्रोग्राम न केवल उस वायरस को कम्प्यूटर से हटा देते हैं बल्कि उनके कार्य-क्षेत्रों के आधार पर क्षतिग्रस्त किये गये डेटा अथवा फाइल को भी, कभी-कभी पूर्ण रूप से तथा कभी-कभी आंशिक रूप से सही कर देते हैं।
एण्टीवायरस को खरीदते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए
- एण्टीवायरस प्रोग्राम को कम्प्यूटर में स्थापित करना तथा प्रयोग करना सरल हो।
- एण्टीवायरस प्रोग्राम, स्मार्ट एण्टीवायरस प्रोग्राम होना चाहिए।
- इसमें TRS के समान कार्य करने की विशेषता का गुण हो।
- इसका अपग्रेडशन करना आसान हो।