DElEd Semester 1 Science Short Question Answers
प्रश्न 30. द्रव्य क्या है? द्रव्य की कितनी अवस्थाएँ होती है? वर्णन कीजिए।
उत्तर – ऐसी कोई भी वस्तु जो स्थान घेरती हैं तथा जिसमें भार होता है, द्रव्य कहलाती है। जैसे – लकड़ी, लोहा, हवा, पानी, दूध आदि। ये वस्तुएँ स्थान घेरती हैं एवं उनमें भार होता है, फिर भी इनके गुणों में कई प्रकार की असमानताएँ होती हैं। जैसे लोहा, लकड़ी आदि पदार्थों से बनी वस्तु आकार निश्चित होता है। पानी, दूध आदि का आयतन तो निश्चित होता है परन्तु आकार निश्चित नहीं होता तथा जिस बर्तन में ये डाले जाते हैं उसी का आकार ग्रहण कर लेते हैं। वायु, ऑक्सीजन आदि गैसों का आकार एवं आयतन दोनों ही अनिश्चित होता है। इस प्रकार हम देखते हैं कि द्रव्य की भिन्न – भिन्न अवस्थाएँ होती हैं।
सामान्यत: द्रव्य को इसके गुणों के आधार पर तीन अवस्थाओं में बाँटा जा सकता है। ये निम्नलिखित है- 1. ठोस, 2. द्रव्य तथा 3. गैस। ठोसों का अपना आयतन एवं आकार दोनों निश्चित होता है। द्रव का आयतन तो निश्चित होता है, परन्तु आकार अनिश्चित होता है जबकि गैसों का न तो कोई आकार होता है और नहीं आयतन निश्चित होता है। द्रव्य को न तो उत्पादित किया जा सकता है तथा न ही इसे नष्ट किया जा सकता है। इसे केवल विभिन्न अवस्थाओं में ही परिवर्तित किया जा सकता है।
प्रश्न 31. यौगिक क्या है? इसकी विशेषताएँ बताइए।
उत्तर – दो अथवा दो से अधिक तत्वों के रासायनिक संयोग से मिलकर निर्मित पदार्थ को यौगिक कहते हैं। यौगिक में उनके अवयवी तत्वों के परमाणुओं की संख्या अनुपात नियत होता है, जैसे नमक (NaCl) में एक परमाणु सोडियम तथा एक परमाणु क्लोरीन का होता है। अत: इनमें 1:1 का अनुपात होता हैं। इसी प्रकार जल में हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन का रासायनिक संयोग द्रव्यमान के आधार पर 1:8 के अनुपात में होता है।
यौगिकों की विशेषताएँ (Characteristics of Compounds)
यौगिकों की निम्नलिखित विशेषताएँ पायी जाती हैं-
- यौगिक का रासायनिक संघटन निर्धारित एवं स्थिर होता है अर्थात् एक यौगिक में उसके अवयव तत्वों के परमाणुओं की संख्या एवं तत्वों का द्रव्यमान एवं निश्चित अनुपात में होता है।
- यौगिक समांगी होते हैं अर्थात् यौगिक के प्रत्येक भाग में उसकी सभी विशेषताएँ पायी जाती है।
- यौगिक के गुण एवं अवयव तत्वों के गुणों से भिन्न होते हैं।
- यौगिकों का गलनांक निश्चित होता है।
- प्रत्येक यौगिक के भौतिक एवं रासायनिक गुण निश्चित होते हैं।
प्रश्न 32. मिश्रण क्या है? यह कितने प्रकार का होता है तथा इसकी विधियों को बताइए।
उत्तर – जब दो अथवा दो से अधिक द्रव्यों को किसी भी अनुपात से मिश्रित कर दिया जाता हैं तो तैयार पदार्थ को मिश्रण के रूप में दिखाई देते हैं, जैसे शर्बत, जो पानी और चीनी मिलाकर बनाया जाता है इसमें पानी के भी गुण होते हैं और चीनी के भी गुण पाये जाते हैं।
मिश्रण दो प्रकार के होते हैं- 1. समांगी (Homogeneous) तथा 2. विषमांगी (Heterogeneous)। समांगी मिश्रण को कहते हैं जिसके प्रत्येक भाग के गुण दूसरे भाग के गुणों के समान होते हैं, जैसे- शर्बत। असमांगी मिश्रण उस मिश्रण को कहते जिसके गुण अलग अलग भागों में अलग अलग होते हैं, जैसे- चीनी एवं नमक का मिश्रण
प्रश्न 33. मात्रक से आप क्या समझते हो?
उत्तर – भौतिक राशि के मापन हेतु उसी राशि के एक निश्चित परिमाण को मान मान लिया जाता है। इस मानक को ही उस राशि का मात्रका कहा जाता है।
किसी भी भौतिक राशि की माप को व्यक्त करने हेतु निम्न दो बातों की अत्यन्त आवश्यकता होती हैं-
- मात्रक (u) – जिसमें उस भौतिक राशि की माप को व्यक्त किया जाता है।
- संख्यात्मक मान (n) – जो यह व्यक्त करता है कि वह मात्रक उस भौतिक राशि में कितनी बार आया है।
उदाहरण – एक छड़ की लम्बाई 1.73 मीटर है। यहाँ पर भौतिक रासि लम्बाई का मात्रक मीटर तथा संख्यात्मक मान 1.73 है। यदि मात्रक सेण्टीमीटर में लिया जाए तो छड़ की लम्बाई 173 सेण्टीमीटर प्राप्त होगी और यदि मात्रक मिलीमीटर हो तो वही लम्बाई 1730 मिलीमीटर प्राप्त होगी। इससे यह ज्ञात होता है कि किसी राशि का मात्रक जितना छोटा होता है उसका संख्यात्मक मान उतना ही बड़ा होता है। भौतिकी की भाषा में हम कह सकते हैं कि राशि का संख्यात्मक मान उनके मात्रक के व्युत्क्रमानुपाती होती हैं।