- यूनेस्को ने किस वर्ष को अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता वर्ष के रूप घोषित किया है-
- 1990
- 2000
- 1995
- 2004
- राष्ट्रीय प्रौढ शिक्षा कार्यक्रम (NAE) का शुभारम्भ किया गया-
- 2 अक्टूबर , 1978 को
- 26 जनवरी, 1978 को
- 2 फरवरी , 1979 को
- 15 अगस्त , 1979 को
- 1981 की जनगणनानुसार भारत में साक्षरता की दर थी-
- 36 %
- 27 %
- 37 %
- 38 %
- राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के अन्तर्गत निरक्षर प्रौढों की आयु वर्ग सुनिश्चित किया गया-
- 50 वर्ष से ऊपर
- 20-40 वर्ष
- 15-35 वर्ष
- 9-14 वर्ष
- राष्ट्रीय साक्षरता मिशन की प्रमुख संकल्पना थी-
- साक्षरता के सन्दर्भ में जनसमुदाय का समर्थन प्राप्त करना
- साक्षरता के सन्दर्भ में जनसमुदाय का विश्वास प्राप्त करना
- (A) और (B) दोनों
- उपर्युक्त में से कोई नहीं
- प्रौढ शिक्षा के कुल उद्देश्य सुनिश्चित किए गए-
- चार
- पाँच
- छः
- सात
- राष्ट्रीय साक्षरता मिशन का गठन हुआ है-
- 5 मई, 1988 को
- 5 मई, 1995 को
- 10 मई,1988 को
- 10 मई, 1987 को
- राष्ट्रीय साक्षरता मिशन की अर्थनीति है-
- प्रेरणा जगाना
- जन सहयोग पाना
- जन आन्दोलन प्रारम्भ करना
- उपर्युक्त सभी
- राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के मुख्य सिध्दान्त हैं-
- महिला को व्यापक स्तर पर कार्यक्रमों में सम्मिलित करना
- केन्द्रीयकृत नियन्त्रण के साथ विकेन्द्रीकरण तथा काम करने में स्वायत्ता देना
- कार्यकर्ताओं मे आवश्यक व्यावसायिक क्षमता उत्पन्न करना
- उपर्युक्त सभी
- मौलाना अबुल कलाम ने स्वतंत्र भारत में साक्षरता का बीजारोपण किया था-
- समाज शिक्षा के माध्यम से
- प्रौढ शिक्षा के माध्यम से
- वृध्दजन शिक्षा शिविरों से
- औधोगिक शिक्षा के माध्यम से
- भारत में ब्रिटिश काल में प्रथम भारतीय अंतरिम सरकार की स्थापना 1937 में हुई थी जिसने कार्य किया था-
- साक्षरता के लिए
- आर्थिक विकास के लिए
- राजनीतिक अधिकारों के लिए
- राष्ट्रीय विकास के लिए
- साक्षरता को प्रौढ शिक्षा के माध्यम से लागू करने के लिए प्रथम पंचवर्षीय योजना में बजट नियत था-
- 153 करोङ रुपया
- 274 करोङ रुपया
- 181 करोङ रुपया
- 5 करोङ रुपया
- प्रौढ शिक्षा की नीति वक्तव्य नाम का डॉक्युमेंट तैयार किया गया-
- 1977 में
- 1978 में
- 1967 में
- 1968 में
- 2 अक्टूबर ,1978 को एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया गया था जिसका लक्ष्य था-
- साक्षरता की प्रगति
- औधौगिक प्रगति
- सामाजिक प्रगति
- सांस्कृतिक उत्थान
- प्रौढ शिक्षा में सम्मिलित किया गया था-
- समस्त निरक्षरों को
- 15-35 आयु वर्ग के निरक्षरों को
- 15-35 आयु वर्ग के पुरुषों को
- 15-35 आयु वर्ग की स्त्रियों को
- प्रौढ व्यक्तियों को साक्षर बनाने वाली एवं उन्हें उपयोगी ज्ञान प्रदान करने वाली शैक्षिक योजना को कहते हैं
- प्रौढ शिक्षा योजना
- सामाजिक शिक्षा योजना
- रात्रिकालीन शिक्षा योजना
- इनमें से कोई नहीं
- सामाजिक शिक्षा योजना का मुख्य लक्ष्य क्या है?
- प्रौढ शिक्षा सम्बन्धी प्रमाण-पत्र प्रदान करना
- साक्षरता बढाना
- जीवनोपयोगी ज्ञान प्राप्त करना
- मनोरंजन करना
- प्रौढ शिक्षा की प्रगति अवरुध्द हो गई है, क्योंकि-
- उपर्युक्त पाठ्यक्रम का अभाव है
- प्रशिक्षित शिक्षकों का अभाव है
- संसाधनों एवं रुचि का अभाव है
- उपर्युक्त सभी
- प्रौढ शिक्षा को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकता है-
- शिविरों में
- धन संचार के माध्यम से
- व्याख्यानमाला से
- प्रदर्शनियों से
- भारत की 2001 जनगणना के अनुसार साक्षरता दर है-
- 80 %
- 67 %
- 75 %
- 54 %
- 2001 की जनगणना भारत में पुरुष साक्षरता दर है-
- 75 %
- 60 %
- 16 %
- 85 %