UPTET Paper Level 1 Bal Vikas Shiksha Shastra Shikshak Prashikshan ki Avashyakta Question Answer Papers : Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test (UPTET 2020) Most Important Question With Answer Answer in Hindi English

शिक्षक प्रशिक्षण की आवश्यकता (UPTET Question Answer)
- किसी प्रणाली के तहत् शिक्षकों द्वारा विधार्थी को एक लम्बी अवधि के लिए गृहकार्य दिया जाता है?
- डाल्टन प्रणाली
- प्रोजेक्ट प्रणाली
- मोरीसन प्रणाली
- इनमें से कोई नहीं
- किस प्रणाली के तहत् जीवन से सम्बन्धित कुछ समस्याएँ विधार्थियों को हल करने के लिए दी जाती हैं?
- डाल्टन प्रणाली
- प्रोजेक्ट प्रणाली
- मोरीसन प्रणाली
- खेल प्रणाली
- पाठ्यक्रम के प्रति प्रत्येक विधार्थी में रुचि उत्पन्न करना किस विधि का लक्ष्य है ?
- खेल विधि
- समूह विवाद विधि
- मोरीसन विधि
- प्रोजेक्ट विधि
- किस विधि के अन्तर्गत छात्रों को अपने विचारों को रखने का अवसर दिया जाता है?
- खेल विधि
- समूह विवाद विधि
- मोरीसन विधि
- प्रोजेक्ट विधि
- शिक्षण की नवीन प्रवृतियाँ हैं-
- आज शिक्षण का अर्थ पथ-प्रदर्शन माना जाता है
- शिक्षा में दण्ड का उद्देश्य सुधार करना है
- (A)और(B) दोनों
- इनमें से कोई नहीं
- शिक्षा का उद्देश्य है-
- ज्ञानार्जन का उद्देश्य
- सामाजिक उद्देश्य
- पर्यावरण में समायोजन का उद्देश्य
- उपर्य़ुक्त सभी
- शिक्षा का उद्देश्य नहीं है-
- जीवन के समस्त पक्ष का विकास
- जीवन के सिर्फ आर्थिक पक्ष का विकास करना
- राष्ट्रीय भावना का विकास करना
- इनमें से कोई नहीं
- शिक्षक के लिए प्रशिक्षण का बहुत ही महत्व है, इसलिए-
- समय –समय पर प्रशिक्षण दी जानी चाहिए
- पाठ्यक्रम परिवर्तन के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए
- विज्ञान , तकनीक एवं पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए
- उपर्युक्त सभी
- शिक्षक प्रशिक्षण का स्वरूप एवं पध्दति निर्भर करती है-
- सरकार के बजट पर
- बच्चों की आयु एवं क्षमता पर
- विज्ञान, तकनीक एवं पर्यावरण पर
- उपर्युक्त सभी पर
- शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण होना चाहिए-
- निजी स्तर पर
- सरकारी स्तर पर
- (A)तथा (B) दोनों स्तर पर
- उपर्युक्त सभी
- कक्षा शिक्षण की प्रणाली का शुभारम्भ हुआ-
- प्राचीनकाल से
- मध्यकाल से
- आधुनिक काल से
- इनमें से कोई नहीं
- शिक्षक के प्रशिक्षण की आवश्यकता इसलिए है, क्योंकि-
- विधार्थियों के व्यवहार को भली-भाँति समझा जा सकता है
- विधार्थियों को कठोर दण्ड दिया जा सकता है
- (A)और (B) दोनों
- इनमें से कोई नहीं
- बाल मनोविज्ञान की समझ विकसित करने के लिए आवश्यक है-
- गणित विषय की जानकारी
- मनोविज्ञान के व्यावहारिक ज्ञान की जानकारी
- साहित्य की जानकारी
- उपर्युक्त सभी
- शिक्षक को ध्यान रखना चाहिए-
- बालक में जिज्ञासा प्रवृत्ति प्रबल होती है इसलिए बालक के प्रश्नों को टालने के बजाय उनका यथासम्भव उत्तर देना चाहिए
- बालक बर्हिमुखी प्रवृत्ति का होता है, इसलिए विभिन्न यात्राओं का अवसर उपलब्ध करा कर उसकी इस प्रवृत्ति को उभारना चाहिए
- बालक आत्मप्रदर्शन चाहता है अतः विधालय प्रशासन द्वारा इसके लिए उचित मंच प्रदान करना चाहिए
- उपर्युक्त सभी
- शिक्षा की सार्थकता है-
- समान विकास में
- छात्रों के सम्पूर्ण विकास में
- (A)और (B) दोनों
- उपर्युक्त में से कोई नहीं
- शिक्षक को कक्षा शिक्षा के समय रहना चाहिए-
- विषय सामाग्री तक सीमित रहना चाहिए
- छात्रों की अभिरूचियों की भी जानकारी होनी चाहिए
- (A) और (B) दोनों
- इनमें से कोई नहीं
- कक्षा में शिक्षक द्वारा विधार्थियों से प्रश्न पूछने का उद्देश्य होना चाहिए-
- पाठ्य के विकास में सहयोग करना होना चाहिए
- दण्ड के रूप में औपचारिक मात्र होना चाहिए
- (A)और (B) दोनों
- इनमें से कोई नहीं
- सामान्य रुचि के विषय होते हैं-
- साहित्य
- इतिहास
- कला
- उपर्युक्त सभी
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