UPTET Paper Level 1 Samanya Hindi Tatsam Aur Tadbhav Shabd Question Answer Paper
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UPTET Paper Level 1 Samanya Hindi Tatsam Aur Tadbhav Shabd Question Answer Paper
तत्सम और तदभव शब्द
हिन्दी शब्द समूह
हिन्दी का शब्द भण्डार अत्यन्त विस्तृत है. इन शब्दों को चार वर्गों में बाटाँ जा सकता है-
- तत्सम-वे शब्द जो संस्कृत से हिन्दी में बिना किसी ध्वनि परिवर्तन के ज्यों-त्यों आ गए हैं , उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं. यथा-राजा, अग्नि, इंद्र, धनु, अश्रु आदि.
- तदभव-वे शब्द जो संस्कृत की परम्परा से ध्वनि परिवर्तनों के साथ परिवर्तित रूप में हिन्दी को प्राप्त हुए हैं. इस वर्ग में आते हैं.यथा-आँसू(अश्रु), ऊँट(उष्ट्र), धीरज(धैर्य) , मामा(मातुल). यहाँ कोष्ठक में दिए शब्दों से ये शब्द क्रमशः विकसित हुए हैं.
- देशज शब्द- ध्वन्यात्मक अनुकरण पर गढे हुए वे शब्द जिनकी व्युत्पत्ति अज्ञात है, इस वर्ग में आते हैं. जैसे-फटफटिया, कबड्डी, गोङ, खटखट,मिमियाना.
- विदेशी शब्द-हिन्दी में अनेक विदेशी भाषा के शब्द प्रयुक्त हो रहे हैं. जिनमें प्रमुख हैं अरबी, फारसी , और अंग्रेजी शब्द . इनके अतिरिक्त तुर्की , फ्रेंच, पुर्तगाली, रूसी आदि भाषाओं से भी हिन्दी का शब्द भण्डार समृद्ध हुआ है.
विदेशी शब्द कई वर्गों में विभक्त किए जा सकते हैं-
- अंग्रेजी शब्द– स्कूल, कॉलेज,कुली, रेल, साइकिल, मोटरकार, बटन, सिनेमा, मोबाइल, फोन, पेंट, फ्रिज, अस्पताल, सिगनल आदि लगभग 3500 शब्द.
- अरबी-फारसी शब्द-अखबार, आदमी, औरत, आइना, आसमान, जुलाहा, इजाजत, बेइज्जत, बेगैरत,दफ्तर, साहब, गुलाम, हकीम, हलवाई आदि.
सामान्य परिचय-हिन्दी के शब्द भण्डार में लगभग 50 प्रतिशत शब्द ऐसे हैं जो सीधे संस्कृत से आए हैं या उनके विकृत रूप(परिवर्तित रूप) ग्रहण कर लिए गए हैं. शब्दों के उक्त दो वर्गों को क्रमशः तत्सम और तदभव शब्द कहा जाता है.
(क) यहाँ कुछ तत्सम और तदभव शब्दों के जोङे दिए जा रहे हैं.
तदभव शब्द | तत्सम शब्द |
कान | कर्ण |
काठ | काष्ठ |
जिजमान | यजमान |
अकाज | अकार्य |
आसरा | आश्रय |
करोङ | कोटि |
गेहूँ | गोधूम |
चकवा | चक्रवाक |
कनौजिया | कान्यकुब्ज |
गाहक | ग्राहक |
अजीरन | अजीर्ण |
धीरज | धैर्य |
जोधा | योद्धा |
मामा | मातुल |
निर्देश- नीचे तदभव और तत्सम् शब्दों की सूचियाँ दी जा रही हैं. तदभव और तत्सम् शब्दों के क्रम भिन्न हैं. इन शब्दों को क्रमबद्धतापूर्ण ढंग से चयन कर तदभव और तत्सम शब्दों को सही रूप प्रदान कीजिए-
तदभव शब्द | तत्सम शब्द |
1. अपसज | 1. आदेश |
2. इतवार | 2. अवगुण |
3. अगम | 3. आलस्य |
4. आम | 4. अट्टालिका |
5. आयसु | 5. आम्र |
6. ऊँचा | 6. अपयश |
7. अट्टारी | 7. अश्रु |
8. आलस | 8. अगम्य |
9. अवगुन | 9. उच्च |
10. आँसू | 10. आदित्यवार |
11. परछाई | 11. भक्त |
12. पाहन | 12. भ्रमर |
13. भँवरा | 13. फाल्गुन |
14. पैदल | 14. शत |
15. भगत | 15. प्रतिच्छाया |
16. मेढक | 16. मण्डूक |
17. सौ | 17. श्वास |
18. रोना | 18. पाषाण |
19. साँस | 19. पदाति |
20. फागुन | 20. रुदन |
उत्तरमाला
1. (6) 2. (10) 3. (8) 4. (5) 5. (1) 6. (9) 7. (4) 8. (3) 9. (2) 10. (7) 11. (15) 12. (18) 13. (12) 14. (19) 15. (11) 16. (16) 17. (14) 18. (20) 19. (17) 20. (13)
देशज शब्द- हिन्दी के वे शब्द जिनकी उत्पत्ति (व्युत्पत्ति) के संदर्भ में कुछ निर्णय नहीं लिया जा सका है, देशज शब्द कहलाते हैं. देशज वे शब्द हैं जिनका स्रोत अज्ञात रहता है. सम्भवतः भाषा की तत्कालीन आवश्यकता की पूर्ति के लिए इन शब्दों का निर्माण होता रहता है.
देशज शब्दों के कुछ उदाहरण ये हैं-जूता, कटोरा, कठौता, भीत, कटौरा, लडुआ, अचक्क, भोलुआ, टका, गण्डा, कोङी, खिचङी, चिङिया, फुलगी, पगङी,कलई, डिबिया, पोता (चौका चूल्हा साफ करने का कपङा).
डॉ. हरदेव बाहरी के मतानुसार देशज शब्द इस देश की धरती की उपज हैं ये सामान्यतः दो प्रकार के हैं-
- जो आदिवासी जातियाँ ने अपनाए हैं, जैसे-कदली, कपास, कोङी, गज, (हाथी), टींडा, तोर, परवल, बाजरा, भिण्डी, मिर्च , सरसों आदि. ये शब्द कोल संथाल आदि जातियों से आए हैं, जैसे-ऊखल, कज्जल, काच, कुददाल, घुण, ताला, डोसा, इडली, सांभर , पिल्ला आदि.
- अपनी गढंत के शब्द-अंडवंड , ऊटपटांग, कङक, खचाखच, खटपट , चटपट, खर्राटा, खलबली, गङगङाहट, घुन्ना, चाट, चिङिचिङा, चुटकी, छिछला, फेंकार, टुच्चा, ठठेरा, धमक, पटाखा, पापङ, भभक, खरौंच, खुर्रट, घुङकना, सनसनाना, हिनहिनाना आदि.
विदेशी शब्द-जो विदेशी भारत आए , वे अपने साथ अपनी भाषा भी लाए. उनके सम्पर्क में आने के फलस्वरूप उनकी भाषओं के अनेक शब्द ग्रहण कर लिए गए और उपयोगिता के आधार पर वे शब्द हिन्दी की स्थायी सम्पत्ति बन गए हैं, यथा-
अरबी-अल्लाह, असर, इजलास, इरादा, इशारा, ईमान, ईद, किताब, एहसान, खारिज, जिला, तहसील, नकद, बालिग, बुनियाद, मजहब, मुसलमान, मुल्ला, साफ , हकीम, हलवाई, हलुआ, कढाई, महल, अमीर आदि.
फारसी-अगर, अमरूद, आराम, आफत, आबरू, आमदनी, आवारा, आसमान, आइना, उस्ताद, कारीगर, कुरता, खुश, गंदा, गवाह, चालाक, जलेबी, जुलाहा, जुकाम, तेज, दफ्तर, दर्जी, दवा, दारू, दरवाजा,दीवार, दलाल, पाजामा, बारिश, बुखार, बदहजमी, बरामदा, बालूशाही, बेकार, बुलबुल, मेहनत, मकान, मजदूर, मुश्किल, समोसा आदि.
तुर्की-उर्दू, कूच, काबू, कुली, कैंची, खंजर, चाकू, चिक, चेचक, चम्मच, तोप, तोशक, दरोगा, बारूद, बहादुर, लाश, सराय आदि.
पुर्तगाली-अनानास, आलपीन, कोको, गमला, गिरजा, चाबी, नीलाम, पपीता, पादरी, बम्बा, बाल्टी आदि.
फ्रेंच-अंग्रेज, कारतूस, कूपन, फ्रांसीसी.
डच-तुरूप, बम, ताँगा.
रूसी-जार, बोदका, स्पुतनिक.
अंग्रेजी-बोलचाल में अंग्रेजी के सर्वाधिक शब्द सहज भाव से ग्रहण कर लिए गए हैं, यथा-स्कूल, मास्टर, स्टेशन, रेल, प्लेटफार्म, टिकट, सिंगल, डाक्टर, फीस, कोर्ट, जज, मजिस्ट्रेट, पुलिस, टैक्स, कलक्टर, डिप्टी, पेन्शन, ऑफिस, ऑफिसर, वोट, कॉपी, पेंसिल, पेन, पेपर, कॉलेज, लाइब्रेरी, प्लेट , जग, कप, लैम्प, बल्ब, रोड, कोट, पैंट, हैट, बूट, सूट,वोट, नर्स, वार्ड, ब्लाउज, स्कर्ट, माचिस, सूटकेस, बिस्कुट, केक, टॉफी, ब्रेड, टोस्ट, चाकलेट, शाप, बस, मोटर, बैटरी, इंजन, इंजीनियर, ब्रेक आदि.
संकर शब्द-जिन शब्दों की रचना हिन्दी और अंग्रेजी अथवा हिन्दी और अरबी, फारसी, पुर्तगाली, या किन्हीं अन्य भाषा के शब्दों या शब्दांशों के संयोग से की जाती है, उसको संकर शब्द कहा जाता है, जैसे-टिकटघर, मिठाईवाला, सिंगार टेबुल, लाज-लिहाज, धन-दौलत, हल-धर, लाट-साहब, फैशन-परस्त, मेमसाहब, बदतमीज, राजमहल, तुरुपचाल, जिलाधिकारी, पूजाघर, गिरजाघर, चार-कार्नर आदि.
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
निर्देश-नीचे कुछ शब्द दिए गए हैं. इनमें तत्सम, तदभव, विदेशी, देशज, संकर, एवं नवनिर्मित, वर्गों के शब्द हैं, प्रत्येक शब्द के नीचे उसके वर्ग के सम्बन्ध में चार विकल्प दिए गए हैं. आपको सही विकल्प का चयन करना है.
- कान
- देशज
- तत्सम
- तदभव
- संकर
- गोधूम
- तत्सम
- तदभव
- देशज
- विदेशी
- औतार
- तत्सम
- तदभव
- देशज
- विदेशी
- काक
- तत्सम
- तदभव
- देशज
- नवनिर्मित
- दूध
- तत्सम
- देशज
- तदभव
- संकर
- बिराना
- तदभव
- विदेशी
- देशज
- तत्सम
- कोङी
- देशज,
- तदभव
- विदेशी
- तत्सम
- चिङिया
- तदभव
- तत्सम
- देशज
- विदेशी
- कपास
- तत्सम
- तदभव
- विदेशी
- देशज
- जूता
- तदभव
- देशज
- विदेशी
- संकर
- खिचङी
- देशज
- तदभव
- विदेशी
- तत्सम
- किताब
- तदभव
- देशज
- विदेशी
- तत्सम
- नकद
- देशज
- विदेशी
- तदभव
- तत्सम
- खरौंच
- विदेशी
- तदभव
- तत्सम
- देशज
- महल
- तत्सम
- तदभव
- देशज
- विदेशी
- हलुआ
- विदेशी
- तदभव
- देशज
- तत्सम
- अंग्रेज
- फ्रेंच
- डच
- अंग्रेजी
- जापानी
- बाल्टी
- अरबी
- तदभव
- अंग्रेजी
- पुर्तगाली
- उर्दू
- अरबी
- फारसी
- तुर्की
- हिन्दी
- टिकटघर
- तदभव
- अंग्रेजी
- नवनिर्मित
- संकर
- बदतमीज
- अरबी
- फारसी
- तुर्की
- संकर
- माचिस
- अंग्रेजी
- अरबी
- फ्रेंच
- पुर्तगाली
- गिरजाघर
- संकर
- फ्रेंच
- अंग्रेजी
- तदभव
- परवाह
- अरबी
- नवनिर्मित
- फारसी
- तदभव
- कूपन
- फ्रेंच
- अंग्रेजी
- पुर्तगाली
- डच
- स्पुतनिक
- अंग्रेजी
- रूसी
- डच
- जापानी
उत्तरमाला
1. (C) 2. (A) 3. (B) 4. (A) 5. (C) 6. (C) 7. (A) 8. (C) 9. (D) 10. (B) 11. (A) 12. (C) 13. (B) 14. (A) 15. (D) 16. (A) 17. (A) 18. (D) 19. (C) 20. (D) 21. (D) 22. (A) 23. (A) 24. (B) 25. (A) 26. (B)
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